विश्व स्वास्थ्य दिवस हर साल 7 अप्रैल को मनाया जाता है. इस पहल को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा शुरू किया गया है, जिसका उद्देश्य लोगों के संपूर्ण स्वास्थ्य और समग्र खुशहाली के प्रति जागरूकता लाना है. बढ़ती क्रॉनिक बीमारियों, जैसे अस्थमा, कैंसर और हृदय रोग आदि को देखते हुए, WHO स्वस्थ जीवनशैली के महत्व पर ज़ोर देता है.
इनके बारे में जानें:
स्वास्थ्य ही धन है. इस विश्व स्वास्थ्य दिवस, हम आपसे अपनी मानसिक, शारीरिक और भावनात्मक खुशहाली पर ध्यान देने का अनुरोध करते हैं. अपने आहार और जीवनशैली में साधारण बदलाव करके आप कई बीमारियों से बच सकते हैं और बेहतर बना सकते हैं अपना स्वास्थ्य. निम्नलिखित तरीकों को अपनाकर आप बेहतर बना सकते हैं अपना संपूर्ण स्वास्थ्य:
- स्वस्थ आहार: न्यूट्रीशन एक महत्वपूर्ण आवश्यकता है, जो आपके शरीर को बीमारियों से लड़ने में सक्षम बनाती है. एक संतुलित आहार, जिसमें फलों और सब्जियों की प्रचुर मात्रा, साबुत अनाज, फूड्स (पानी की अधिक मात्रा के साथ), प्रोटीन-से भरपूर फूड्स और हेल्दी फैट शामिल हो, काफी अंतर पैदा कर सकता है. अत्यधिक खाने के बजाय, उतना ही खाएं, जिससे आपकी आवश्यकता पूरी हो जाए. प्रोसेस किया हुआ और तला हुआ भोजन करने से बचें या वह भोजन न लें, जिसमें चीनी और नमक की मात्रा ज़्यादा है. लंबा और स्वस्थ जीवन जीने के लिए धूम्रपान और शराब का सेवन न करें. हानिकारक टॉक्सिन पदार्थों को बाहर निकालने के लिए भरपूर पानी पिएं और इसकी सहायता से अपने पाचन-तंत्र व शरीर के अंगों को साफ रखें.
- फिटनेस: फिटनेस और न्यूट्रीशन साथ-साथ चलते हैं. जीवन की दैनिक भागदौड़ में, फिट रहने के लिए हर दिन कम से कम 30 मिनट एक्सरसाइज़ करने की कोशिश करें. वर्कआउट को उबाऊ बनाने की आवश्यकता नहीं है; वे मज़ेदार हो सकते हैं, जैसे - डांस, जुम्बा, एरोबिक्स, हाईकिंग, साइकिलिंग, जॉगिंग, रनिंग या स्विमिंग. इसे अधिक से अधिक क्रिएटिव बनाने की कोशिश करें ताकि मज़ेदार बन सके आपका वर्कआउट. इससे आपको अधिक फ्लेक्सिबल बनने में मदद मिलेगी और आपकी हड्डियां भी मज़बूत होंगी.
- लाइफस्टाइल: लाइफस्टाइल न्यूट्रीशन और फिटनेस से जुड़ी होती है. चाहे आपको डायबिटीज, ब्लड प्रेशर, या कोलेस्ट्रॉल की समस्या हो, ये सब लाइफस्टाइल से संबंधित समस्याएं हैं, जिन्हें सही प्रकार का आहार लेकर और ऐक्टिव रह कर ठीक किया जा सकता है.
- सचेतन: नींद आपके मेटाबॉलिज्म, इम्यून सिस्टम, याद्दाश्त पर सीधा प्रभाव डालती है. साथ ही इससे प्रभावित होता है कार्डियोवैस्कुलर स्वास्थ्य. नींद की कमी से न केवल मूड में चिड़चिड़ापन आता है, बल्कि यह मोटापा और हृदय रोगों का कारण भी बनती है. इसलिए, लें 7-8 की पर्याप्त नींद. अगर आपको रात में अच्छी नींद नहीं आती है, तो रात में कॉफी पीने से बचें. हर दिन हमारे मन में कई विचार आते हैं. बेचैन मन को शांत करने के लिए, करें मेडिटेशन या योग. गहरी सांस लेने की तकनीक से भी आप खुद को कर सकते हैं डी-स्ट्रेस. ध्यान रखें कि आपका मानसिक स्वास्थ्य भी उतना ही महत्वपूर्ण है जितना महत्वपूर्ण है आपका शारीरिक स्वास्थ्य.
लंबे समय तक लाभ प्राप्त करने के लिए, दृढ़ निश्चय और समर्पण के साथ अपने जीवन में ये परिवर्तन लाएं. साथ ही, अगर आपको कोई भी स्वास्थ्य समस्या होती है, तो अपने डॉक्टर से तुरंत परामर्श करें. स्वस्थ जीवन का विकल्प चुनें इस विश्व स्वास्थ्य दिवस. अधिक जानकारी प्राप्त करें, लाइफस्टाइल और फिटनेस-से जुड़े टॉपिक पर, ऐक्टिव लिविंग पेज पर.