जब शुरू होता है समर सीज़न, तो साथ आती हैं मौसमी समस्याएं, जिनसे बिगड़ सकता है आपका पाचन तंत्र और गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट. अत्यधिक गर्मी के कारण हो सकती हैं पेट की बीमारियां, डिहाइड्रेशन और डायरिया. इसलिए, यह आवश्यक है कि आप लें स्वस्थ भोजन और रखें खुद का विशेष ध्यान, ताकि आप बढ़ते तापमान में पाचन संबंधी समस्याओं से बच सकें.
इनके बारे में जानें:
समर सीज़न में पाचन संबंधी समस्याओं के लक्षण
बहुत अधिक गर्मी या फिर असहनीय गर्मी की लहर गैस्ट्रोएंटराइटिस का कारण बन सकती है. इसके लक्षणों में उल्टी, डिहाइड्रेशन, पेट में दर्द, मिचली आना, पेट में ऐंठन, एसिड रिफ्लक्स, और शौच के दौरान खून आना शामिल हैं. गर्मी और नमी में वृद्धि के साथ, ब्लड वेसल्स और कैपिलरी फैल जाती हैं. अंगों और उत्तकों के बीच अधिक मात्रा में तरल पदार्थ जमा होने लगता है, जो सूजन का कारण बनता है. पानी के अत्यधिक नुकसान से कब्ज हो सकता है और इससे इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम की समस्या बढ़ सकती है.
आप अपने पाचन तंत्र को कैसे सुरक्षित कर सकते हैं?
चिलचिलाती गर्मी और इसके साथ आने वाली स्वास्थ्य समस्याओं से बचने के लिए, इन सुझावों का पालन करके मात दें समर गर्मी को और सुरक्षित करें अपना पाचन तंत्र.
- खूब पानी पिएं और खुद को हाइड्रेट रखें, इससे आपको पसीने के कारण कम हो जाने वाले तरल पदार्थों की भरपाई करने में भी मदद मिलेगी. नारियल पानी फायदेमंद हो सकता है, क्योंकि यह आपके पेट में एसिड लेवल को ठीक करता है. इससे स्वस्थ होता है आपका पेट. यह शानदार इलेक्ट्रोलाइट का काम भी करता है. आप भोजन के बाद एक ग्लास लाइम जूस भी पी सकते हैं, क्योंकि इसमें एंटी-ऑक्सीडेंट और विटामिन C होते हैं. फ्रूट जूस या बटर मिल्क भी आपके शरीर को ठंडा करता है. इन उपायों की मदद से हारेगा समर.
- भोजन हल्का करें और थोड़ा-थोड़ा खाएं. आप अपने दिन में छोटी-छोटी मात्रा में कई बार भोजन कर सकते हैं, इससे पाचनक्रिया आसान होगी. पेट-के लिए अनुकूल फूड्स , जैसे पानी की प्रचुर मात्रा वाले फल (तरबूज, सेब, टमाटर, नाशपाती और अनानास) व फाइबर से प्रचुर हरी पत्तेदार सब्जियां खाएं. इनसे आपको पाचन समस्याएं दूर करने में काफी मदद मिलेगी. अपने भोजन में ड्राई फ्रूट्स शामिल करें, क्योंकि उनमें महत्वपूर्ण प्रोटीन, आयरन, कैल्शियम और विटामिन होते हैं.
- अधिक प्रोबायोटिक और प्रीबायोटिक फूड्स लें ताकि स्वस्थ रहे आपकी आंत. शरीर के गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट में मौजूद अच्छे बैक्टीरिया पाचन व मल त्याग को आसान बनाते हैं. दही (योगर्ट) प्रोबायोटिक आहार का सबसे बढ़िया साधन है.
- मसालेदार भोजन, जंक फ़ूड या तली हुई चीज़ें न खाएं, विशेष रूप से गर्मी में इनसे बचें, नहीं तो हो सकती है पेट फूलने की समस्या, हार्टबर्न या एसिडिटी और सूजन. इसके अलावा, स्ट्रीट फूड चाहे कितना भी स्वादिष्ट क्यों न हो, उसे खाने से बचें क्योंकि उससे आपको फूड पॉइजनिंग हो सकती है.
- एनर्जी और कैफिनेटेड ड्रिंक, सोडा या शुगर की अधिक मात्रा वाले ड्रिंक्स न पिएं क्योंकि उनसे डिहाइड्रेशन की समस्या और बढ़ सकती है.
- , जब हो गर्मी, तो आपका शरीर आपके आंतरिक तापमान को कम रखने के लिए पर्याप्त मात्रा में ऊर्जा खर्च करता है. इससे ऊर्जा पाचन जैसी अन्य शारीरिक क्रियाओं से डाइवर्ट हो जाती है. इसलिए, अगर आप धीरे-धीरे खाते हैं, तो आपका पाचन तंत्र भोजन को अच्छे से पचा पाएगा. अपने भोजन को छोटे-छोटे टुकड़ों में खाएं और प्रत्येक कौर को अच्छे से चबाएं.
- भोजन का स्वस्थ होना उतना ही महत्वपूर्ण है. गलत तापमान पर भोजन में बैक्टीरिया पनप सकते हैं जिससे फूड पॉइजनिंग हो सकती है.
- एक्सरसाइज़ करें हर दिन, ताकि आप फिट और ऐक्टिव रहें. साथ ही, धूप में अपने दिन को अच्छे से प्लान करें ताकि आपको अत्यधिक पसीना न आए.
रखें ध्यान अपने स्वास्थ्य का, इस समर सीजन. अधिक जानकारी प्राप्त करें, फिटनेस और सचेतन-से जुड़े टॉपिक पर, ऐक्टिव लिविंग पेज पर.