एक्सरसाइज़ से आपके शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार होता है, साथ ही इससे लाइफस्टाइल के कारण पैदा होने वाले जोखिम भी कम होते हैं. इससे आपके मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य पर भी सकारात्मक असर पड़ता है.
इनके बारे में जानें:
अगर आपको अकेले एक्सरसाइज़ करना चुनौतीपूर्ण लगता है, तो आप जॉइन करें ग्रुप फिटनेस प्रोग्राम. ग्रुप एक्सरसाइज़ से आप अपने शरीर के वज़न को सही रख सकते हैं और भावनात्मक स्वास्थ्य के लिए लाभ प्राप्त कर सकते हैं. जब आप एक्सरसाइज़ करते हैं, तो आपके शरीर में न्यूरोट्रांसमीटर का लेवल बढ़ जाता है, जिससे एंडोर्फिन और डोपामाइन रिलीज़ होता है, इससे शारीरिक परेशानी में कमी आती है. कई ग्रुप फिटनेस प्रोग्राम में म्यूज़िक और एक्सरसाइज़ का इस्तेमाल होता है, जिससे आपका मूड अच्छा हो सकता है.
ग्रुप फिटनेस प्रोग्राम के लाभ
Take a look at how group fitness can contribute to your emotional wellness and help you stay fit.
- हो सकता है कि आप किसी खास एक्सरसाइज़ को सही तरह से न कर रहे हों. ऐसे में ग्रुप फिटनेस वर्कआउट में एक अच्छे फिटनेस प्रोफेशनल की देखरेख में एक्सरसाइज़ किया जा सकता है, जो आपको बताते और समझाते हैं कि किस योग मुद्रा या एक्सरसाइज़ को कैसे किया जाता है. वे आपको आपके फिटनेस लक्ष्यों को प्राप्त करने मदद पहुंचा सकते हैं.
- Since you have a fitness expert guiding your fitness journey, you are at a lower risk of injury. They can correct your poor techniques, especially while lifting weights.
- वर्कआउट की योजना बनाना आपके लिए मुश्किल हो सकता है, खास तौर पर जब आप शुरुआत कर रहे हों. ग्रुप फिटनेस प्रोग्राम में, ट्रेनर शरीर के सभी हिस्सों पर ध्यान केंद्रित करते हुए वर्कआउट का एक दिनचर्या बनाते हैं. ऐसे में आपको बस एक्सपर्ट का कहा मानना है.
- आपके लिए यह अपने वर्कआउट में किए जाने वाले एक्सरसाइज़ में नई-नई चीज़ें आज़माने का मौका है. ग्रुप एक्सरसाइज़ में आप, एक दिन जुम्बा करना, इसके बाद साइकिल चलाना, वज़न उठाना, या बॉक्सिंग आदि जैसे एक्सरसाइज़ कर सकते हैं, जिनसे आपको नए-नए एक्सरसाइज़ को आज़माने के लिए प्रेरणा मिल सकती है.
- आप अपने वर्कआउट में विविधता ला सकते हैं. ऐसे प्रोग्राम में पार्टनर होने से आप प्राप्त कर सकते हैं अपना फिटनेस गोल. कुछ मामलों में, आपका पार्टनर आपको ऐसे एक्सरसाइज़ करने में मदद कर सकता है, जो आप अकेले नहीं कर सकते हैं, जैसे कि पार्टनर की मदद से किए जाने वाले पुल-अप, बॉल टॉस सिट-अप, या लंबे समय तक प्लैंक को पकड़े रखना.
- जब आप अपने पिछले चरण में किए गए एक्सरसाइज़ की तुलना अपने आस-पास और एक्सरसाइज़ करने वाले लोगों से करते हैं, तो आप अगले चरण के एक्सरसाइज़ को और बेहतर तरीके से करते हैं, ऐसा करते हुए लोगों को अक्सर तब देखा गया है, जब वे अकेले एक्सरसाइज़ करते हैं.
- चैलेंजिंग ग्रुप वर्कआउट में आपके फिटनेस लेवल की जांच की जाती है, जिससे आप एक्सरसाइज़ में कड़ी मेहनत करते हैं और इससे आपको अपने जीवन की अन्य चुनौतियों का सामना करने का आत्मविश्वास भी मिलता है. जब आप इन कड़े वर्कआउट को कर लेते हैं, तो आप इस मेहनत और लगन और शक्ति का इस्तेमाल जीवन की अन्य घटनाओं को बेहतर बनाने के लिए आजमाते हैं.
- किसी क्लास में रोज़ जाने और रोज़ जाने-पहचाने चेहरों को देखने की आदत नए सामाजिक अनुभव पाने में मदद कर सकती है.
- एक्सरसाइज़ से आपको टेक्नोलॉजी और स्क्रीन से चिपके रहने की आदत से भी राहत मिल सकती है. ऐसे प्रोग्राम में, आप अपनी स्क्रीन से दूर रहकर वास्तविक जीवन में अन्य लोगों से जुड़ सकते हैं.
आप ऐसे अकेले व्यक्ति नही हैं, जो अपने फिटनेस लक्ष्यों को पूरा करने में मुश्किलों का सामना कर रहे हैं. समान विचारधारा वाले लोगों के बारे में जानने के लिए ग्रुप एक्सरसाइज से जुड़ें, जो समान लक्ष्य प्राप्त करने के लिए काम कर रहे हों.
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