Health Benefits Of Chikoo_Activ Living Community

चिकू का महत्व क्या है, और आपको हर दिन इसे क्यों खाना चाहिए?

चिकू के क्या स्वास्थ्य लाभ हैं?

भारत में चिकू नाम से प्रसिद्ध इस फल को सपोडिला या सपोटा भी कहा जाता है. इस अंडाकार या गोलाकार उष्णकटिबंधीय फल के छिलके भूरे रंग के होते हैं और इसके बीच में चमकदार बीन जैसा बीज होता है. चिकू से स्वास्थ्य को बहुत अधिक लाभ होते हैं.

आपको क्या पता होना चाहिए?

चिकू में कितनी कैलोरी होती है?

सपोटा एक उच्च कैलोरी वाला फल है, जिससे प्रति 100-ग्राम की मात्रा में 83 कैलोरी मिलती है. यह फाइबर, विटामिन A और विटामिन C का भरपूर स्रोत है, जो इम्यूनिटी को बेहतर बनाने में मदद करता है और आपकी त्वचा को स्वस्थ रखता है. इसमें पोटेशियम, फॉस्फोरस, सोडियम, आयरन, मैग्नीशियम और कॉपर सहित महत्वपूर्ण पोषक तत्व भी होते हैं.

चिकू के स्वास्थ्य लाभ

Chikoo_Activ Living Community

चिकू के स्वास्थ्य लाभों के बारे में जानें, जो आपके पूरे स्वास्थ्य और तंदुरूस्ती में योगदान देते हैं:

  • ऊर्जा का पावरहाउस: ग्लूकोज़ और कैलोरी से भरपूर होने के कारण, चिकू प्राकृतिक ऊर्जा का एक आवश्यक स्रोत है. इसे बच्चों और गर्भवती महिलाओं के लिए उनकी बढ़ती ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने और उनके संपूर्ण स्वास्थ्य को बेहतर बनाने वाला एक बेहतरीन फल भी माना जाता है.
  • आपकी इम्यूनिटी को बेहतर और मज़बूत बनाता है: सपोटा में विटामिन C होता है, जो आपके इम्यून सिस्टम को बेहतर और मज़बूत बनाने में मदद करता है. इसके अलावा, चिकू पॉलीफेनॉल कंपाउंड टैनिन का एक भरपूर स्रोत है, जिसमें एंटी-इन्फ्लेमेटरी, एंटीवायरल, एंटीबैक्टीरियल, एंटी-पैरासिटिक और एस्ट्रिंजेंट गुण होते हैं, जो आपके शरीर को हानिकारक विषाक्त पदार्थों और रोगाणुओं से बचाते हैं, जिससे बीमारियों का खतरा कम होता है.
  • आंतों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है: चिकू में डाइटरी फाइबर्स और टैनिन कंपाउंड आंतों में एसिड के स्राव को ठीक करते हैं, जिसके कारण हाइपर-एसिडिटी के लक्षणों के इलाज के लिए यह एक लाभदायक फल है. इसके अलावा, यह लैक्सेटिव गुण के कारण कब्ज से राहत देता है और आंतों के संक्रमण को कम करता है. अब यहां एक सवाल आता है कि - क्या वज़न घटाने के लिए चिकू का सेवन करना अच्छा है? इस फल में डाइटरी फाइबर होने के कारण आपको लंबे समय तक संतुष्टि महसूस हो सकती है. सपोटा आपको अतिरिक्त वज़न घटाने और बेली फैट से छुटकारा पाने में भी मदद कर सकता है.
  • ब्लड प्रेशर लेवल को नियंत्रित करता है: सपोटा में मैग्नीशियम और पोटेशियम के रूप में दो मुख्य मिनरल्स होते हैं, जो नियंत्रित करते हैं ब्लड प्रेशर. एक ओर, मैग्नीशियम आसान ब्लड सर्कुलेशन के लिए रक्त वाहिकाओं को फैलाता है या पतला करता है. वहीं दूसरी ओर, पोटेशियम मूत्र के माध्यम से शरीर से अतिरिक्त सोडियम को बाहर कर देता है.
  • कैंसर के जोखिम को कम करता है: चिकू में पाई जाने वाली एंटीऑक्सीडेंट की उच्च मात्रा से नहीं होते विभिन्न प्रकार के कैंसर. विटामिन A और विटामिन B की भरपूर मात्रा फेफड़ों और मुंह के कैंसर की संभावना को कम करने के लिए शरीर में म्यूकस लाइनिंग को बनाए रखती है.
  • सूजन रोधी गुण: चिकू के कई स्वास्थ्य लाभों में से एक लाभ इसका सूजन रोधी गुण है. यह गैस्ट्राइटिस, इसोफेजाइटिस, इरिटेबल बाउल सिंड्रोम और एंटराइटिस जैसी बीमारियों को नियंत्रित करके पाचन बेहतर बनाता है. यह गठिया, जोड़ों में दर्द और सूजन के लिए भी वरदान है.
  • स्वस्थ हड्डियां: सपोटा में कैल्शियम, फॉस्फोरस और आयरन की भरपूर मात्राएं हड्डियों की सहनशीलता को बढ़ाकर उन्हें मज़बूत रख सकती हैं.
  • आपकी त्वचा को लाभ पहुंचाता है: अगर आप स्वस्थ त्वचा चाहते हैं, तो अपने भोजन में चिकू को शामिल करें. इसमें एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो शरीर में वृद्धावस्था के लिए ज़िम्मेदार फ्री रेडिकल को हटाते हैं. इसमें मिनरल, डाइटरी फाइबर और विटामिन E होता है, जो आपकी त्वचा को नमी देता है. चिकू के बीज में कर्नेल ऑयल होता है, जो त्वचा की सूजन को कम करने में मदद करता है. दर्द से राहत पाने के लिए इसका इस्तेमाल त्वचा पर लगाए जाने वाले लेप के रूप में भी किया जा सकता है.
  • बंद नाक को खोलता है: मुख्य फल के साथ, चिकू के छिलके और पत्तियां भी लाभदायक हैं. इसके एंटीबायोटिक, एंटीडायरियल, डायरेटिक, एंटी-हाइपरग्लाइसेमिक और हाइपोकोलेस्ट्रोलेमिया गुणों के कारण, यह नाक और श्वसन नली से कफ और बलगम को हटाकर सर्दी और खांसी से राहत दे सकता है.

मौसमी फल और सब्ज़ियों को अपने भोजन में शामिल करने से आपके शरीर को बहुत अधिक लाभ मिल सकता है. आप एक दिन में दो बहुत छोटे या एक मध्यम आकार के चिकू का सेवन कर सकते हैं. ध्यान रहे, एक बार में बहुत अधिक चिकू के सेवन से वज़न घटाने के प्रोसेस में बाधा पहुंच सकती है. चिकू का सलाद, कस्टर्ड, केक और डेज़र्ट में काफी इस्तेमाल किया जाता है. इसे बेहतर स्वाद के लिए दूध, दही, स्मूदी और शेक में भी मिलाया जा सकता है.

ऐक्टिव रहकर, ऐक्टिव लिविंग कम्युनिटी से जुड़े रहें, और नई जानकारी के साथ, बेहतर बनाएं अपना लाइफस्टाइल और फिटनेस.

Popular Searches

इंटरमिटेंट फास्टिंग | BMI कैलकुलेटर BMR कैलकुलेटर | Dry cough home remedies | Period calculator Home remedies for tooth pain | Home remedies for high bp | Low carb foods Benefits of ragi | Alkaline foods | How many calories to burn daily | Fruits in winter | How to control sugar | How to lower blood pressure | प्रोटीन से भरपूर फूड | Trans fat foods | Allopathy vs Homeopathy | Yoga for pregnant women Weight lifting exercises | Benefits of laughing | Home remedies for asthma | Neck pain relief exercises| सुबह का मेडिटेशन | Yoga nidra benefits Is kiwi good for diabetes | Types of walking | Symptoms of mucormycosis | How to deal with anxiety