इनके बारे में जानें:
- इन्फ्लुएंज़ा का अर्थ
- इन्फ्लुएंज़ा के लक्षण क्या हैं?
- क्या इन्फ्लुएंजा एक वायरल बीमारी है?
- इन्फ्लुएंज़ा से कैसे बचें?
इन्फ्लुएंज़ा का अर्थ
इन्फ्लूएंज़ा को फ्लू (बुखार), भी कहते हैं, जो सांसों से जुड़ी एक गंभीर संक्रामक बीमारी है. इसके कारण नाक, गले और फेफड़ों में संक्रमण होता है और मांसपेशियों में कमज़ोरी और दर्द महसूस होता है.
इन्फ्लुएंज़ा के लक्षण क्या हैं?
मौसमी इन्फ्लुएंज़ा कुछ दिनों से लेकर लगभग दो सप्ताह तक रह सकता है. इन्फ्लुएंज़ा के कुछ सामान्य लक्षण हैं:
- बुखार
- सिरदर्द
- थकान और कमज़ोरी
- सूखी खांसी और गले में दर्द
- नाक बहना या बंद नाक
- सांस फूलना
- उल्टी और दस्त (बच्चों में सामान्य)
- ठंड लगना और पसीना आना
क्या इन्फ्लुएंजा एक वायरल बीमारी है?
इन्फ्लुएंज़ा वायरस किसी संक्रमित व्यक्ति के खांसने, छींकने या मुंह को ढके बिना बात करने के कारण हवा में निकलने वाले ड्रॉपलेट के कारण फैलता है. अक्सर लोग फ्लू की चपेट में आ जाते हैं, जब होता है सर्दी सीजन.
इन्फ्लुएंज़ा A, B, C, और D वायरस के कारण इन्फ्लुएंज़ा होता है. इन्फ्लुएंज़ा A और B से लोगों में मौसमी महामारी होती है. इन्फ्लुएंज़ा C वायरस के संक्रमण से साधारण बीमारियां होती हैं, जबकि इन्फ्लुएंज़ा D वायरस मुख्य रूप से पशुओं को प्रभावित करने के लिए जाने जाते हैं और लोगों को संक्रमित नहीं करते हैं. जिन लोगों में फ्लू की गंभीर समस्या होने की संभावना होती है, उनमें शामिल हैं:
- 2 वर्ष से कम आयु के बच्चे
- 65 वर्ष से अधिक आयु के वयस्क
- नर्सिंग होम में रहने वाले और लॉन्ग-टर्म केयर सुविधाएं प्रदान करने वाले लोग
- गर्भवती महिलाएं
- कैंसर के उपचार, अंग प्रत्यारोपण, लंबे समय से स्टेरॉयड का उपयोग, या इम्यूनोसप्रेस्ड दवाओं का सेवन करने वाले कमज़ोर इम्यून सिस्टम वाले व्यक्ति
- गंभीर बीमारियों वाले लोग, जैसे दिल की बीमारी, लिवर रोग, नर्वस सिस्टम रोग, मेटाबॉलिक रोग, मोटापा, डायबिटीज, और सांसों से संबंधित बीमारी, जैसे अस्थमा और क्रोनिक ऑब्स्ट्रक्टिव पल्मोनरी डिज़ीज़ (COPD)
अगर लक्षण गंभीर हो जाते हैं, तो व्यक्ति के न्यूमोनिया, ब्रोंकाइटिस, अस्थमा, फ्लेयर-अप या गंभीर रूप से रेस्पिरेटरी डिस्ट्रेस के लक्षणों से ग्रस्त होने की संभावना अधिक होती है. अगर आपको सांस लेने में तकलीफ, लगातार चक्कर आना, सीने में दर्द, दौरा पड़ना, या किसी मेडिकल समस्या के अधिक खराब होने जैसा महसूस होता है, तो डॉक्टर से सलाह लें.
इन्फ्लुएंज़ा से कैसे बचें?
कुछ स्वस्थ लाइफस्टाइल आदतों को अपनाकर आप इन्फ्लुएंज़ा को फैलने से रोक सकते हैं.
- संतुलित आहार लें: स्वस्थ रहने और संक्रमण से लड़ने के लिए, कलरफुल फ्रूट्स का का सेवन करें, जिसमें बीटा-कैरोटीन, विटामिन की मात्रा अधिक हो, साथ ही हरी सब्ज़ियां खाएं, जिनमें भरपूर एंटीऑक्सीडेंट होते हैं. चीनी, नमक, प्रोसेस्ड, फ्राइड, जंक और ऑयली फूड्स का सेवन कम करें.
- नियमित व्यायाम करें: अपने दैनिक जीवन में एक्सरसाइज़ करने की आदत डालें. चाहे ज़्यादा मेहनत वाली एक्सरसाइज़ हो या आपकी गतिशीलता को बेहतर बनाने के लिए 10,000 कदम चलना हो, शारीरिक रूप से ऐक्टिव रहने से वायरस के खिलाफ आपके शरीर की प्राकृतिक सुरक्षा मज़बूत होती है.
- हाइड्रेटेड रहें: हाइड्रेटेड रहने के लिए बहुत सारे तरल पदार्थ (पानी या सूप) पीएं.
- पर्याप्त आराम करें: लें पर्याप्त नींद ताकि आप तरोताज़ा हो जाएं. पर्याप्त नींद न मिल पाने से आपका इम्यून सिस्टम कमजोर हो सकता है, जिससे इन्फेक्शन होने की संभावना बढ़ जाती है.
- तनाव कम करें: स्ट्रेस अक्सर इम्यून सिस्टम को कमज़ोर बनाता है, जिससे आपमें संक्रमण और रोग होने की संभावना अधिक हो जाती है. प्रैक्टिस करें योग, सचेतन मेडिटेशन, गहरी श्वसन व्यायाम, और मन को शांत करने वाली म्यूज़िक सुनें, ताकि तनाव कम हो और आपके शरीर को आराम मिले.
- हाथ धोएं: खाने से पहले और बाद में, और हर बार छींकने पर, कम से कम 20 सेकेंड के लिए अपने हाथों को साबुन और पानी से अच्छी तरह धोएं. गंदे हाथों से अपनी आंखों, नाक या मुंह को न छुएं.
- खांसते समय निम्न उपाय करें: खांसते समय हमेशा किसी टिश्यू का उपयोग करें या कोहनी के बीच में मुंह लाकर खांसें. इसके बाद अपने हाथों को धोएं.
- सतह को साफ रखें: अपने आस-पास सफाई रखें. संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए बार-बार छुई जाने वाली सतहों को नियमित रूप से साफ और कीटाणुरहित रखें.
- भीड़-भाड़ से बचें: अगर आपका इम्यून सिस्टम कमजोर है, तो आपको भीड़ से बचने की सलाह दी जाती है. इन्फेक्शन की रोकथाम के लिए मास्क पहनें.
- टीका लगवाएं: इन्फेक्शन को रोकने के सबसे प्रभावी तरीकों में से एक है टीकाकरण. इसलिए, इन्फ्लुएंज़ा वैक्सीन लगवाएं, जो आमतौर पर आयु के आधार पर ऊपरी बांह या जांघ पर लगाई जाती है. फ्लू वैक्सीन से फ्लू की बीमारियों से लड़ने के लिए एंटीबॉडी विकसित होती हैं.
ऐक्टिव रहकर, ऐक्टिव लिविंग कम्युनिटी से जुड़े रहें, और नई जानकारी के साथ, बेहतर बनाएं अपना पोषण और फिटनेस.