लक्षणों की बात करें, तो थायरॉइड विकार के लक्षण अस्पष्ट होते हैं या फिर इसके कोई खास लक्षण नहीं होते हैं. लोगों में अक्सर थायरॉइड के लक्षण स्पष्ट रूप से दिखाई नहीं देते हैं, यही कारण है कि अधिकांश मामलों में रोग की लंबे समय तक पहचान नहीं हो पाती है. चाहे हाइपोथायरॉइडिज़्म (थायरॉइड फंक्शन में कमी) या हाइपरथायरॉइडिज़्म (थायरॉइड फंक्शन में वृद्धि) की समस्या हो- प्रत्येक मामले के उपचार के लिए सही दवाएं लेने के साथ-साथ नियमित चेक-अप और लाइफस्टाइल में बदलाव आवश्यक हैं.
इनके बारे में जानें:
थायरॉइड रोग क्या है?
गर्दन में तितली के आकार की ग्रंथि होती है, जिसे थायरॉइड ग्रंथि कहते हैं, जब उसमें कोई तकलीफ होती है, तो उसे थायरॉइड रोग कहा जाता है. थायरॉइड की सबसे सामान्य समस्याएं थायरॉइड हार्मोन के असामान्य उत्पादन से जुड़ी होती हैं, जिनमें ग्रेव रोग, गोइटर और सब-एक्यूट थायरॉइडाइटिस जैसी समस्याएं शामिल हैं.
थायरॉइड रोग को मैनेज करने के लिए लाइफस्टाइल में बदलाव
सही उपचार के साथ, थायरॉइड समस्याओं को कम करने के लिए आप कई और उपाय भी कर सकते हैं. इनमें आपकी दैनिक दिनचर्या में स्वस्थ लाइफस्टाइल की आदतें अपनाना शामिल हैं. यहां लाइफस्टाइल में बदलाव से जुड़ी आदतें दी गई हैं, जिससे आपको थायरॉइड की समस्याओं को तेज़ी से दूर करने में मदद मिलेगी.
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स्ट्रेस को मैनेज करें
स्ट्रेस के कारण आपकी थायरॉइड ग्रंथि प्रभावी ढंग के काम नहीं कर पाती है. इसलिए, स्ट्रेस में कमी के लिए योग करें, किताबें पढ़ें या लंबे समय तक चलने जैसी गतिविधियों से भाग लें, इससे आपकी थायरॉइड ग्रंथि बेहतर काम करती है.
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ग्लूटेन और अनाज खाना कम करें
अगर आप हाशिमोटो थायरॉइडाइटिस से पीड़ित हैं, तो ग्लूटेन की अधिक मात्रा वाले अनाज और खाद्य पदार्थों का सेवन शरीर में सूजन को बढ़ाता है. अगर आप ग्लूटेन-फ्री और पौष्टिक खाद्य पदार्थों का सेवन करें, तो आपकी समस्या जल्दी ठीक हो सकती है.
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कच्ची गॉइट्रोजेनिक सब्जियों का सेवन न करें
केल, फूलगोभी, ब्रोकली, स्प्राउट्स, बंदगोभी और शलजम जैसी कुछ सब्जियां थायरॉइड फंक्शन को सीमित कर देती हैं, खासकर जब आप इन्हें कच्चा खाते हैं. अगर आप इन सब्जियों के बिना नहीं रह सकते हैं, तो अपने थायरॉइड रोग को बेहतर ढंग से मैनेज करने के लिए इन्हें पकाकर खाएं.
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सीफूड खाएं
समुद्री भोजन और समुद्री सब्ज़ियों में आयोडीन होता है, जो थायरॉइड फंक्शन को ठीक करने के लिए बहुत लाभदायक होता है.
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ओमेगा-3 से भरपूर आहार खाएं
जिन खाद्य पदार्थों में ओमेगा-3 भरपूर होता है, उनसे सूजन कम होती है और इम्यून सिस्टम मज़बूत बनता है. मांस, मछली, अंडे, दूध और दूध के प्रोडक्ट में ओमेगा-3 मिल सकता है.
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विटामिन A और D की मात्रा को बढ़ाएं
अगर आप विटामिन A और D, दोनों का सेवन करें, तो थायरॉइड फंक्शन के लिए ये लाभदायक साबित होते हैं. कॉड लिवर ऑयल सप्लीमेंट को अपने आहार में शामिल करना भी बहुत फायदेमंद होता है.
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एक्सरसाइज़
मध्यम एक्सरसाइज़ थायरॉइड रोगियों के लिए बहुत उपयोगी है. एक्सरसाइज़ को बुद्धिमानी से चुनना आवश्यक है. आप योग, ब्रिस्क वॉक्स, पिलेट्स, ज़ुम्बा, स्विमिंग आदि में से चुन सकते हैं.
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अपने भोजन में सैचुरेटेड फैट्स जोड़ें
अगर आप पौष्टिक स्रोतों से सैचुरेटेड फैट्स प्राप्त करें, तो इसके कई लाभ होते हैं. इससे सूजन कम होती है और शरीर को पोषण मिलता है. इसलिए अपने आहार में सही मात्रा में बटर, तेल और घी को शामिल करना न भूलें.
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फर्मेंटेड फूड्स (किण्वित भोजन) खाएं
फर्मेंटेड खाद्य पदार्थों में लाखों प्रोबायोटिक्स और पोषक तत्व होते हैं, जो थायरॉइड फंक्शन के बेहतर तरीके से काम करने के लिए आवश्यक हैं. इसलिए दही और छाछ को अपने दैनिक आहार का हिस्सा बनाएं.
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कैफीन की मात्रा घटाएं
अगर आप अपनी थायरॉइड ग्रंथि की समस्या को कम करना चाहते हैं, तो कैफीन के दैनिक सेवन में कमी करना आवश्यक है. आपको एक दिन में एक कप से अधिक कॉफी नहीं पीनी चाहिए.
इन स्वास्थ्य संबंधी सुझावों का पालन करने से न केवल आपकी थायरॉइड ग्रंथि बेहतर तरीके से काम करेगी, बल्कि आपके द्वारा लिए जा रहे थायरॉइड के उपचार में भी मदद मिलेगी. ऐक्टिव रहकर, ऐक्टिव लिविंग कम्युनिटी से जुड़े रहें, और नई जानकारी के साथ, बेहतर बनाएं अपना पोषण और फिटनेस.
क्रेडिट: वेलकम क्योर