Although today’s fitness trends look new and innovative, nothing can beat the old-school fitness trends that continue to be effective.
इनके बारे में जानें:
9 पुराने वर्कआउट ट्रेंड जो आज भी काम करते हैं
कुछ पुराने हेल्थ और फिटनेस ट्रेंड देखें जिन पर लोगों ने लंबे समय तक विश्वास किया है और जो आज भी प्रासंगिक हैं:
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स्टेशनरी साइकिल:
People have enjoyed cycling for as long as there have been bikes. Stationary bikes started appearing in homes as early as the 1920s, which gave rise to spinning classes. You can try these exercise bikes from the comfort of your home. They are also a safer option than cycling out on the open road. Get on the stationary bike for a heart-pumping cardio session. This low-impact exercise helps burn fat, strengthen the lower body, and manage weight. Modern-day exercise bikes have varied resistance levels and an ergonomic design, allowing you to scale your fitness levels on your own accord.
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योग:
This age-old relaxation technique, deep breathing practice, and targeted body postures has remained a mainstay even today. Originating in India, yoga is a single thread that weaves spiritual, mental, and physical elements. Yoga can help build strength and endurance, improves flexibility and balance, and tone every part of the body. It promotes heart health, facilitates better sleep, and provides relief from certain ailments or symptoms of pain. Practicing yoga daily can also release stress, boost your mood, and better your cognitive performance.
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जैज़रसाइज़:
1970 के दशक में एक नई, हाई-इंटेंसिटी और पल्स को तेज़ कर देने वाली एक्सरसाइज़ विकसित हुई, जिसे जैज़रसाइज़ कहते हैं, जो जैज़ डांस, बैले, योग, पिलाटेस और किक बॉक्सिंग का एक संयोजन है.
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बार वर्कआउट्स:
Originally developed in the late 1940s, this workout is a unique fusion of ballet, Pilates, and sculpting. Sweat it out with the barre workout, as this high-repetition, small-pulse movement exercises your hips, thighs, glutes, and abs. It also aids in improving your balance, coordination, and flexibility.
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ताई बो:
ताइक्वांडो और बॉक्सिंग के कॉम्बिनेशन वाले इस वर्कआउट का खुमार फिटनेस वर्ल्ड पर 1990 के दशक में चढ़ा. इसमें मार्शल आर्ट्स, बॉक्सिंग, डांसिंग और हिप-हॉप बीट्स शामिल हैं. यह कार्डियो-बॉक्सिंग एरोबिक वर्कआउट आपको कैलोरी बर्न करने में मदद करेगा.
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मेडिसिन बॉल:
Medicine balls are a classic, timeless fitness tool to do plyometric weight training. They are available in a variety of weights, sizes, and materials, making them adaptable to activate the core and engage the whole body without putting too much pressure on the joints.
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एरोबिक्स:
1960 के दशक के अंत में विकसित एरोबिक्स, चुस्ती और समन्वय की क्षमता प्रदान करने के साथ ही कैलोरी बर्न करने में भी सहायक है. इसमें जैज़रसाइज़ की तुलना में डांस की मात्रा कम है, क्योंकि इसमें एक जगह खड़े होकर कदम बढ़ाने या घुटनों को उठाने जैसे फिटनेस मूवमेंट शामिल होते हैं.
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रोलर स्केटिंग/ रोलर ब्लेडिंग:
रोलर स्केटिंग पैरों को टोन करने और मांसपेशियों को मजबूत बनाने के लिए 90 के दशक की एक मजेदार पारिवारिक गतिविधि थी.
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वेट ट्रेनिंग और बॉडी बिल्डिंग:
केटलबेल्स का इस्तेमाल मूल रूप से पुली सिस्टम में भार या वज़न के रूप में किया जाता था. क्योंकि वे आसानी से उपलब्ध थे, इसलिए 18वीं शताब्दी में उनका इस्तेमाल स्ट्रेंथ बिल्डिंग के लिए किया जाने लगा. डम्बल या बारबेल जैसे स्ट्रेंथ इक्विपमेंट आपकी हड्डियों को मजबूत बनाते हैं और आपके शरीर को टोन कर सकते हैं.
ऐक्टिव रहकर, ऐक्टिव लिविंग कम्युनिटी से जुड़े रहें, और नई जानकारी के साथ, बेहतर बनाएं अपना पोषण और सचेतन.
Feeling healthy